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सरकार से मदद पाने वाले नौजवान अब युवाओं को दे रहे हैं नौकरी - पीएम

अब तक 8 लाख 80 हजार लोगों को मिला रोजगार : स्मृति ईरानी

लखनऊ। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले ये रोजगार मेले, एनडीए और भाजपा सरकार की नई पहचान बन गए हैं। आज एक बार फिर 70 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं। मुझे खुशी है कि बीजेपी के शासन वाली राज्य सरकारें भी सभी बीजेपी के स्‍टेट में भी लगातार इस तरह के रोजगार मेले आयोजित कर रही हैं। जो लोग इस समय सरकारी नौकरी में आ रहे हैं, उनके लिए ये बहुत महत्वपूर्ण समय है। लखनऊ सहित देश के 43 स्थानों पर आयोजित रोजगार मेले को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहीं। उन्होंने युवाओं से कहा कि आजादी का अमृतकाल अभी शुरू ही हुआ है। आपके सामने अगले 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है। आपको वर्तमान के साथ ही देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए भी जी-जान से जुट जाना है। मैं आज नियुक्ति पत्र पाने वाले सभी युवाओं को और उनके परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई और बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम ने कहा कि आज भारत में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर, दोनों में ही नौकरियों के निरंतर नए मौके बन रहे हैं। बहुत बड़ी संख्या में हमारे नौजवान स्वरोजगार के लिए भी आगे आ रहे हैं। बिना गारंटी बैंक से मदद दिलाने वाली मुद्रा योजना ने करोड़ों युवाओं की मदद की है। स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया जैसे अभियानों से युवाओं का सामर्थ्य और ज्यादा बढ़ा है। सरकार से मदद पाने वाले ये नौजवान अब खुद अनेक युवाओं को नौकरी दे रहे हैं। बीते वर्षों में जिस तरह बड़े पैमाने पर युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई हैं, यह अभियान भी अपने-आप में अभूतपूर्व है। देश में सरकारी नौकरी देने वाले प्रमुख संस्थानों जैसे SSC, UPSC और RRB ने पहले के मुकाबले इन व्‍यवस्‍थाओं के माध्‍यम से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। और अभी जो वीडियो दिखाया गया, उसमें उसका जिक्र भी है। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं का जोर परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी, व्यवस्थित और सरल बनाने पर भी रहा है। पहले जिन भर्ती परीक्षाओं को पूरा होने में उसका जो चक्र होता था, वो चक्र पूरा होने में साल-डेढ़ साल का समय यूं ही लग जाता था, और वो अगर कोई कोर्ट-कचहरी में चला गया तो दो-दो, पांच-पांच साल बिगड़ जाते थे। ये सारी चीजों से बाहर निकलकर अब कुछ ही महीनों में सारा चक्र, सारी प्रक्रियाएं पारदर्शी पद्धति से पूर्ण कर दी जाती हैं।
आज विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत आ रही हैं। आज भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर है। जब इतनी बड़ी मात्रा में  विदेशी निवेश आता है तो उससे production बढ़ता है, उद्योग का विस्तार होता है, नए-नए उद्योग लगते हैं, उत्पादन बढ़ता है, एक्सपोर्ट बढ़ता है और स्वाभाविक है बिना नए नौजवानों के ये काम हो ही नहीं सकता और इसलिए employment बहुत तेजी से बढ़ता है, रोजगार बहुत तेजी से बढ़ता है।
पीएम ने कहाकि बीते वर्षों में भारत ने अपने फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर और अपने सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए का निवेश किया है। लाखों करोड़ रुपए के इस निवेश ने भी रोजगार के करोड़ों अवसर बनाए हैं। अब जैसे सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर का मैं एक उदाहरण देता हूं, जो हमारे सामाजिक जीवन से जुड़ा हुआ विषय है। और वो है पानी, और उसके लिए हमने चलाया है जल जीवन मिशन। ये जल जीवन मिशन, उसके पीछे अब तक करीब-करीब 4 लाख करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। जब ये मिशन शुरू हुआ था, तो ग्रामीण इलाकों में हर 100 में से यानी 100 घर अगर गांव में हैं, तो सिर्फ 15 घर ही थे, जहां पाइप से पानी आता था। ये मैं एवरेज बता रहा हूं, 100 घर में से 15 घर में पाइप से पानी आता था। आज जल जीवन मिशन की वजह से हर 100 में से बासठ (62) घरों में पाइप से पानी आने लगा है और अभी भी तेज गति से काम चल रहा है। आज देश के 130 जिले ऐसे हैं- ये छोटा क्षेत्र नहीं है, 130 जिले ऐसे हैं, जहां के हर गांव में, हर घर में नल से जल आता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस रोजगार मेले में नौकरी पाने वाले आप सभी समझ सकते हैं कि सरकार की एक-एक योजना का कितना बड़ा Multiplier Effect होता है। देश में चल रहा ये रोजगार अभियान, पारदर्शिता और सुशासन, गुड गवर्नेंस दोनों का ही प्रमाण है। 2014 में हमारी सरकार बनने के बाद, अब भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता भी आई है और भाई-भतीजावाद भी खत्म हो रहा है। केंद्र सरकार में ग्रुप सी और ग्रुप डी की भर्ती में इंटरव्यू समाप्त होने का लाभ लाखों युवाओं को हुआ है। 
आज तेजी से आगे बढ़ते हुए भारत में, सरकारी व्यवस्थाओं और सरकारी कर्मचारियों के काम करने का तरीका भी तेजी से बदल रहा है। एक समय था, जब देश के सामान्य नागरिक सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते थे। आज सरकार अपनी सेवाएं लेकर, देश के नागरिकों के घर तक पहुंच रही है। अब जनता की अपेक्षाओं को समझते हुए, क्षेत्र की आवश्यकताओं को समझते हुए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। विभिन्न सरकारी दफ्तर और विभाग, जनता के प्रति संवेदनशील रहते हुए काम करने पर जोर, ये हमारी प्राथमिकता है।  
यूपी के 4 शहरों लखनऊ, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर में रोजगार मेले में भारत सरकार के मिशन रोज़गार के अंतर्गत रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग एक हजार नियुक्ति पत्र प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों के अभ्यर्थियों को वितरित किये गए। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित रोज़गार मेले के लिए प्रदेश स्तर पर राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (उप्र) के संयोजक बैंक, बैंक ऑफ़ बडौदा को नोडल विभाग के रूप में नामित किया गया था। बैंक ऑफ़ बडौदा के महाप्रबंधक व संयोजक एसएलबीसी राजेश कुमार सिंह के संयोजन में कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।


 
अब तक 8 लाख 80 हजार लोगों को मिला रोजगार : स्मृति ईरानी

लखनऊ में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने कहा कि पिछली सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने युवाओं को 58% ज्यादा नौकरियां दी है।अब तक 8 लाख 80 हजार से ज्यादा नौकरियां युवाओं को मिली है। उन्होंने कहा कि अगर रोजगार मिलने के बाद कैरियर में वृद्धि करनी है तो हर क्षेत्र के बारे में जानकारी रखनी होगी। बैंकिंग क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारी अपने ग्राहकों की लोन एप्लीकेशन को सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा न समझे। मध्यम वर्ग के लिए लोन का आवेदन स्वीकृत या अस्वीकृत होना, सपने के पूरे होने या टूट जाने जैसा होता है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहाकि नौकरियों के माध्यम से सेवा का मौका मिलना महत्वपूर्ण है, सेवा किस जगह से की जाए यह महत्वपूर्ण नहीं है। आज भारत में निजी और सरकारी सेक्टर दोनों ही जगह नौकरियों के निरंतर नए मौके सृजित रहे हैं। बड़ी संख्या में युवा स्वरोजगार के लिए भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के तहत सरकार 40 करोड़ लोन दे चुकी है। जिसमें से 27 करोड़ मुद्रा लोन महिलाओं को दिए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपए खर्च किए है। स्टैंड अप इंडिया के अंतर्गत 40 हजार करोड़ रुपए केवल महिला और अनुसूचित जन जाति के लोगों को मोदी सरकार के द्वारा दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि रोजगार पाने वाला एक व्यक्ति हजारों लोगों की जिंदगी बदल सकता है। रोजगार मेले की इस पहल का समर्थन करते हुए राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों में भी नियुक्तियां की जा रही हैं।रोजगार मेला, रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। रोजगार मेले से, आगे के रोजगार सृजन में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाने और युवाओं को उनके सशक्तिकरण, राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करने की उम्मीद की जाती है। नई शामिल की गई भर्तियों को आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर एक ऑनलाइन मॉड्यूल कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने का भी एक अवसर प्राप्त हो रहा है, जहां 400 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम ‘कहीं भी किसी भी डिवाइस' सीखने के प्रारूप के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। इस मौके पर बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला, सुशील कुमार सिंह (निदेशक, वित्तीय सेवायें विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार) सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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