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अतिक्रमण अभियान के दौरान लगा भेदभाव का आरोप, हंगामा

लखनऊ। राजधानी को स्वच्छ, सुंदर, स्मार्ट सिटी बनाने की पहल जारी है। जगह जगह कार्य भी चल रहा है।लेकिन शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के नाम पर जिम्मदारों द्वारा केवल खानापूर्ति की जा रही है। जिसका नजारा गुरुवार को जानकीपुरम इलाके के इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर देखने को मिला। चौराहे पर स्थित आदर्श कॉम्प्लेक्स में अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर निगम जोन - तीन के दस्ते ने अभियान के नाम पर केवल कुछ दुकानों के काउंटर उठा कर ट्रक पर लाद लिया। जिससे आक्रोशित दुकानदारों ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अतिक्रमण अभियान के नाम पर केवल छोटे दुकानदारों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जबकि बड़े दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। उनका कहना था कि सभी दुकानों के अवैध कब्जों को हटाया जाए। 


इस बीच सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पार्षद मान सिंह यादव भी मौके पर पहुँच गए। उन्होंने दस्ते में मौजूद जिम्मदारों से नाराजगी जताई, इस दौरान कहासुनी भी हुई। उन्होंने ज़ोनल अधिकारी संजय यादव को फोन कर पूरे मामले से अवगत कराते हुए बिना किसी भेदभाव सभी अवैध कब्जों को हटाने की मांग की। जिस पर जोनल अधिकारी ने दस्ते में मौजूद प्रवर्तन निरीक्षक सीएल पटेल को कॉम्प्लेक्स के पार्किंग स्थल व गैलरी से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। जिसके बाद विरोध व हंगामे के बीच अतिक्रमण पर बुलडोजर ने गरजना शुरू किया। लेकिन कुछ दुकानों के सामने अतिक्रमण नहीं हटाया गया और बुलडोजर आगे बढ़ गया। जिसपर आक्रोशित दुकानदारों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। 


मामला बढ़ता देख कॉम्प्लेक्स के चारों ओर अतिक्रमण हटाया गया। जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। अभियान के दौरान राम राम बैंक चौकी इंचार्ज शैलेंद्र पाण्डेय के साथ ही मड़ियांव पुलिस व पीएसी बल भी मौजूद रहा।

पार्किंग स्थल पर लगती हैं दुकानें

आदर्श कॉम्प्लेक्स में फ्रंट की ओर अधिकांश खानपान की दुकानें है। जिनके काउंटर पार्किंग स्थल पर भी लगते है। जिसके चलते सड़क पर दो पहिया व चार पहिया वाहन खड़े होने से जाम लगता है। आक्रोशित दुकानदारों का आरोप था कि नगर निगम व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से अतिक्रमण हो रहा है और अभियान के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है। उन्होंने सुविधा शुल्क भी वसूले जाने का आरोप लगाया।

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