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प्रकृति और मनुष्य के बीच तालमेल बनाएंगी ऊर्जाएं - योगी प्रियव्रत अनिमेष जी

ऋषिकेश में शिव आव्हान लोक कल्याण अनुष्ठान 18 अप्रैल को

लखनऊ। "विश्व अभी एक आपदायिक समय से गुजर रहा है। ऐसे में उपचार के साथ साथ मानवों के अंदर दृढ़ता, सहनशीलता और मुश्किलों से जूझने की क्षमता बढ़ने की आवश्यकता है। इसी सोच के तहत उन्होंने साधना और शिव आह्वान का आयोजन किया है। जिससे ऊर्जाएं इस प्रकार की संचारित होंगी जो प्रकृति और मनुष्यों के बीच में तालमेल बैठाएंगी।" यह कहना है योगी प्रियव्रत अनिमेष का। मंगलवार को लखनऊ पधारे योगी अनिमेष ने बताया कि शिव आव्हान लोक कल्याण अनुष्ठान का आयोजन 18 अप्रैल को ऋषिकेश में किया जायेगा। उन्होंने महा कुम्भ 2021 के शुभ अवसर पर शिव आव्हान लोक कल्याण अनुष्ठान का आयोजन नियोजित किया है।


योगी प्रियव्रत अनिमेश ने प्रेसवार्ता में अनुष्ठान का आयोजन करने के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहाकि कोरोना महामारी से बचने के लिए सरकार ने जो नियम बनाये हैं उसका पालन करना हम सभी की जिम्मेदारी है। यदि हम सभी सावधानी बरतेंगे और नियमों का पालन करेंगे तो जल्द ही इस महामारी से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहाकि यह अनुष्ठान ऊर्जाओं का भंडार है और किसी भी व्यक्ति को पहले से अधिक ऊर्जावान बनाने में  ज्यादा संभावनाएं बनाएगा। योगी प्रियव्रत अनिमेश कहते हैं, "कुम्भ 2021 के शुभ अवसर पर सूर्य, चन्द्रमा और बृहस्पति, जो कि इंसान के बुद्धि, मन और अध्यात्म के सूचक है, एक साथ आते हैं। कुम्भ का शुभ समय धार्मिक स्नान और शिव के आह्वान का समय है। इसमें व्यक्ति अपने मन में प्राण प्रतिष्ठा कर सकता है।"



शिव आव्हान लोक कल्याण अनुष्ठान का आयोजन योगी प्रियव्रत अनिमेष के दिशा निर्देशों पर किया जायेगा। वर्तमान मुश्किल समय में मानव कल्याण के लिए योगी प्रियव्रत अनिमेष जी ने गहरी साधना की है।  इस साधना की समाप्ति पर, योगी जी ने शिव आव्हान लोक कल्याण अनुष्ठान का आयोजन नियोजित किया है। योगी प्रियव्रत अनिमेष जी ने दावा किया कि करीब 800 वर्ष बाद यह शुभ संकेत आया है और अनुष्ठान संयोग बना है। 
उन्होंने बताया कि वैसे तो इस आयोजन में करीब 5 हजार भक्तों के शामिल होने की उम्मीद थी लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मात्र 200 लोग ही इसमें शामिल होंगे। गणमान्य यजमान इस शुभ पूजा में सम्मलित होंगे और ऊर्जा का समन्वय पूजा के माध्यम से करवाएंगे। इस समूह में जाने माने उद्योगपति, नौकरशाह, न्यायपालिका के लोग, धार्मिक लोग और सामान्य जन सम्मलित होंगे। योगी प्रियव्रत अनिमेष एक समकालीन गुरु हैं। वो मानवीय कार्यों में भी काफी रूचि लेते हैं। उन्होंने शैवी सम्प्रदाय को उज्जैन के श्रद्धेय गुरु ब्रह्मलीन देव नारायण पुरी के दिशा निर्देश पर अपनाया था।

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