● उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में एवं लंबित ज्वलन्त समस्याओं के समाधान हेतु बिजली इंजीनियरों का आंदोलन
● पूरे दिन काली पट्टी बांध कर जताएंगे विरोध
● सार्थक समाधान नहीं होने पर 26 अक्टूबर से करेंगे अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार
● किसी भी अभियन्ता का उत्पीड़न होने पर सीधी कार्यवाही की दी चेतावनी
लखनऊ। उप्रराविप अभियन्ता संघ ने ज्वलन्त समस्याआें के समाधान न होने एवं पावर कारपोरेशन प्रबन्धन के द्वारा जारी उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में 04 अक्टूबर से आन्दोलन प्रारम्भ करने का ऐलान किया है। अभियंताओं ने चेतावनी दी कि समस्याओं का सार्थक समाधान न होने पर 26 अक्टूबर से सभी ऊर्जा निगमों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
अभियन्ताओं की प्रमुख मांगे
● सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लि. का पुनर्गठन किया जाये
● 06 अक्टूबर 2020 को कैबिनेट उप समिति के साथ हुए समझौते के तहत वाराणसी व अन्य स्थानों पर आन्दोलन के कारण दर्ज एफआईआर वापस ली जाये
● वर्ष 2000 के बाद नियुक्त सभी अभियन्ताओं के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाये
● अभियन्ताओं की सभी वेतन विसंगति दूर की जाये
● ग्रेटर नोएडा के निजीकरण व आगरा के फ्रेंचाइजीकरण रद्द किये जायें
● उत्पीड़न की दृष्टि से पदोन्नति के नियमों में किये गये प्रतिगामी परिवर्तन वापस लिये जायें
● सभी संसूचित अस्पतालों में कैशलेस मेडिकल की सुविधा दी जाये
● उत्पादन निगम में अधिशासी अभियन्ता पर अतिशीघ्र पदोन्नतियां की जायें
● पावर कारपोरेशन प्रबन्धन द्वारा की गयी समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस ली जायें
● इंजीनियर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
अभियन्ता संघ ने अभियंताओं की लंबित ज्वलंत समस्याओं के सार्थक समाधान के लिए ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री से प्रभावी हस्तक्षेप करने की अपील की। साथ ही अभियन्ता संघ ने चेतावनी दी है कि यदि किसी भी अभियन्ता का आन्दोलन के कारण उत्पीड़न किया गया तो बिना कोई नोटिस दिये सभी ऊर्जा निगमां के अभियन्ता सीधी कार्यवाही प्रारम्भ कर देगें जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रबन्धन की होगी।
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