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2500 आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुई स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा

55 हजार बच्चों ने स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा  में किया प्रतिभाग 

लखनऊ। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत गुरुवार को आंगनबाड़ी केंद्र मेहंदी टोला, ग्रामीण आंगनबाड़ी केंद्र गंगाखेड़ा, पहाड़पुर सहित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने बताया कि स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा के आयोजन का उद्देश्य शून्य से पाँच साल तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना है। समुदाय को बच्चे के स्वास्थ्य एवं के पोषण के बारे में जागरूक करने के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास के महत्व के बारे में समुदाय को संदेश देना है। इस आयोजन में स्वास्थ्य विभाग का भी सहयोग रहा। 
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के निदेशक कपिल सिंह ने बताया कि स्वच्छता, बच्चों के वजन और लंबाई, आंगनबाड़ी केंद्र पर उनकी उपस्थिति, आयु के अनुसार टीकाकरण, अनुपूरक आहार आदि के आधार पर स्वस्थ बालक-बालिका का चुनाव किया गया। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमांत श्रीवास्तव  ने बताया कि स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा लगभग 2500 आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजित हुई, जिसमें शून्य से पाँच साल तक की आयु के लगभग 55 हजार बच्चों ने प्रतिभाग किया। लगभग 36,000 बच्चे स्पर्धा में विजयी हुई। स्पर्धा में विजयी हुए बच्चों को दो अकटूबर को पुरस्कृत किया जाएगा और प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
संयुक्त परियोजना समन्वयक सेराज अहमद ने बताया कि स्वस्थ बालक बालिका का चुनाव कर लोगों को यह संदेश देना है कि बच्चे के सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार के साथ स्वच्छता और बच्चे के विकास की निगरानी भी बहुत जरूरी है। शारीरिक रूप से कमजोर बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। बच्चा कमजोर है तो उसकी प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वह बार बार बीमारी पड़ेगा और अपने साथ के बच्चों से पीछे रह जाएगा।


इसी क्रम में अलीगंज बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। अलीगंज की बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता राय ने बताया कि इस मौके पर बच्चों का वजन और लंबाई नापी गई, किशोरियों के लिए रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। रंगोली के माध्यम से किशोरियों ने सात रंगों का भोजन करने और साफ सफाई रखने का संदेश दिया। किशोरियों को एनीमिया, माहवारी स्वच्छता एवं प्रबंधन की जानकारी दी गई। किशोरियों को बताया गया कि उन्हें माहवारी संबंधी यदि कोई समस्या होती है तो उसको छुपायें नहीं बल्कि अपने परिवार के सदस्यों से साझा करें और पास के स्वस्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से सलाह लें। साथ ही किशोरियों को सेनिटरी नैपकिंस का वितरण भी किया गया। एक से तीन साल के बच्चों के मानसिक विकास को परखने के विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर उन्हें पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर अलीगंज क्षेत्र की सभी सुपरवाइजर, यूनिसेफ़ से अनीता, प्रथम से निगार और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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