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बाल निकुंज : ‘‘फ्लोरा फेयर’’ में बताया औषधीय पौधों का महत्व

लखनऊ। बाल निकुंज गर्ल्स एकेडमी, बेलीगारद शाखा में गुरुवार को आयोजित ‘‘फ्लोरा फेयर’’ में कक्षा 6 से 9 और कक्षा 11 एवं कक्षा 12 के विज्ञान वर्ग की लगभग 200 छात्राओं ने भाग लिया। जीवविज्ञान के प्रवक्ता केएम मिश्रा के निर्देशन एवं ज्ञानवर्द्धन से बच्चों ने पौधों के औषधीय उपयोग की जानकारियां दीं। बतौर मुख्य अतिथि मौजूद शशांक मिश्रा (वैज्ञानिक बायोटेक रिसर्च सेण्टर) ने बताया कि वनस्पतियों का आधुनिक जीवन में विभिन्न रूपों में उपयोगिता सिद्ध होती रही है। लगभग सभी पौधों में औषधीय गुण पाये जाते हैं। इसके साथ-साथ बहुत से फूल वाले पौधों का पूजा पाठ के साथ-साथ सजावटी एवं इत्र व परफ्यूम बनाने में भी बड़ा योगदान है। यह वनस्पतियां ही आक्सीजन जैसी प्राण वायु सभी जीवों को उपलब्ध करती हैं। उन्होंने बच्चों से रूबरू होकर उन्हें पौधों के औषधीय गुणों से ज्ञानार्जन किया और बच्चों से भी पौधों के विषय में जानकारी का संज्ञान लिया। उन्होंने अन्नू राव, कीर्ति सिंह, अंशू चौहान, विभा पाल सहित अन्य बच्चों के परफॉर्मेंस से प्रभावित होकर उन्हें बायोटेक वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित किया।

कक्षा 11 की कीर्ति सिंह ने पपीते के फल एवं पत्तियों को औषधीय गुणों का खजाना बताया जो डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी की अचूक दवा है, प्लेट्लेटस बढ़ाने में तुरंत सहायक है। कक्षा 11 की अन्नू राव ने गेंदे के फूल वाले पौधें की पत्तियों के अर्क को रक्त स्राव, पेचिस, बवासीर में शीघ्र लाभकारी बताया। वहीं कक्षा 11 की सिया मौर्या ने तुलसी के पौधे को धार्मिक महत्व का पौधा बताते हुए कहाकि यह एन्टीबायोटिक, एंटीवायरल एवं एंटीफंगल सहित अनेक प्रकार से गुणकारी होता है। कक्षा 12 की आकांक्षा वर्मा ने डेन्थस कैरियोफिलम पौधे की पूरी हिस्ट्री बताई। कक्षा 12 की तनु सिंह ने एलोवेरा के मिनरल, विटामिन एवं एंजाइम, न्यूक्लिक एसिड आदि गुणों से भरपूर बताते हुए कहा कि यह पौधा दैनिक जीवन में बहुआयामी, बहुउपयोगी आयुर्वेदिक वरदानी पौधा है। इस अवसर पर विद्यालय के कोआडिर्नेटर सुधीर मिश्रा, प्रिंसिपल डा. अनूप कुमारी शुक्ला, विज्ञान वर्ग के सभी शिक्षक एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।

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