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उत्तरायणी कौथिंग : वीर सैनिकों के नाम रही दूसरी शाम

लखनऊ। पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित दस दिवसीय उत्तरायणी कौथिग 2023 के दूसरे दिन रविवार को बतौर मुख्य अतिथि मौजूद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। महापरिषद के पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने पर्यावरणविद् पद्मश्री बसन्ती बिष्ट को पर्वतीय महापरिषद "पर्वत गौरव’’ सम्मान से सम्मानित किया। इस मौके पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहाकि बच्चों को अपनी बोली भाषा सिखाये। उन्होने कहाकि वह जहां भी रहता हैं, सभी लोग उन्हें भगत दा ही बोलते है। सेना दिवस पर कार्यक्रम में आये सभी भूतपूर्व सैनिकों को शुभकामनाऐं दी।

सेना दिवस के अवसर पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप थारू सांस्कृतिक उत्थान समिति खटीमा दल नायक बंटी राणा की सैन्य धमाकेदार प्रस्तुतियां आयोजित की गई। जिसमें बार्डर गीत पर राशि, संगीता, कशिश, किरन प्रिया, अरूण, सिनेल, युवराज, लखन व मनदेव ने विशेष प्रस्तुति दी। वहीं नांन स्टाप गानों दूर बडी दूर.... पर गोमती नगर के स्थानीय कलाकारों गोविन्द बोरा, ख्याली सिह, मनीष उपाध्याय, कुन्दन भाकुनी, सरिता भाकुनी, रिया आर्या, प्रिंयका, पूजा बोरा व गायक कलाकार आनन्द कपकोटी, अनुशिखा जोशी व दीपक सिह ने प्रस्तुति दी।
मानसिक और आत्मिक विकास के लिए कौथिग स्थल पर प्रतिदिन ध्यान का शिविर प्रातः 10.30 बजे से 11.30 बजे तक रजनीश कुमार मिश्रा ‘शिवाय‘ के साथ किया जाता है।
वहीं दिन में एकल लोक नृत्य (फिल्मी एवं पारम्परिक)  प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसके प्रभारी महेन्द्र पन्त, निर्णायक मंडल में अकांक्षा आनन्द, सरिता सिंह एवं मंजू मलकानी व संचालक शंकर पाण्डेय रहे।  प्रतियोगिता में सौ से भी अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें 3 से 8 वर्ष में प्रथम अनुप्रिया शुक्ला, द्वितीय मिष्टी केसरवानी, तृतीय भव्या धर्मसतु एवं सांत्वना पुरूष्कार भव्या शाह, 9 से 13 वर्ष में अनुष्का आर्या ने प्रथम, आद्या बिष्ट ने द्वितीय, गरिमा दनोड़ी ने तृतीय एवं सांत्वना पुरुस्कार काव्या तिवारी एवं 14 वर्ष से अधिक में आरनी वर्मा ने प्रथम, अंशिका पाठक ने द्वितीय व जान्हवी बोरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 
वहीं विभिन्न क्षेत्रों से आए हास्य व्यंग, साहित्यिक एवं ओजस्वी विषय के कवियों ने अपनी कविता पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। जिनमें मुख्य रूप से घनानन्द पाण्डेय ’मेघ’, धन सिंह मेहता ’अन्जान’, हरीश बडोला, ज्ञान पन्त, मनमोहन बाराकोटी ’तमाचा लखनऊ’, नारायण दत्त पाठक, श्रवण कुमार, अमरेन्द्र द्विवेदी, अंकुर अवस्थी, मानस मुकुन्द द्वारा काव्यपाठ किया गया। कवि सम्मेलन का संचालन नारायण दत्त पाठक ने किया।  
उत्तरायणी कौथिग स्थल पर पर्वतीय महापरिषद महिला प्रकोष्ठ द्वारा महिला प्रभारी सुमन रावत, अध्यक्षा गंगा भट्ट, महासचिव सुमन मनराल, मंजू पडेलिया, चित्रा काण्डपाल, चन्द्रा जोशी, इसान्वी, दीपा जोशी के नेतृत्व में घुघुत्यार के अवसर पर घुघुते बनाए गए।

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