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चुनाव और गर्मी के बीच लखनऊ से बड़ी खबर, जरूर पढ़ियें

कोरोना से बुधवार को 245 संक्रमित मरीज मिले

लखनऊ। नगर निगम चुनाव को लेकर एक ओर प्रत्याशियों ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमितों के बढ़ते मामलों ने चिंता भी बढ़ा दी है। सात दिन बाद बुधवार को एक बार फिर कोरोना 200 के आंकड़ों को पार कर गया। बुधवार को राजधानी में 245 संक्रमित पाए गए। संक्रमण की इस तेजी में सबसे ज्यादा शहर के चिनहट और एनके रोड क्षेत्र प्रभावित हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या भी एक हजार से अधिक हो गयी। मौजूदा समय में 1027 मरीज हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्रवाल का कहना है कि संक्रमण बढ़ रहा है। कई मरीजों को भर्ती भी कराने की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम किये जा रहे हैं।

फ़ाइल फ़ोटो

कोरोना की बढ़ती रफ्तार में इस बार भी वहीं क्षेत्र अधिक प्रभावित हैं, जो पहली व दूसरी लहर में थे। बीते चौबीस घंटों के दौरान  चिनहट व एन के रोड में 38, अलीगंज व सरोजनीनगर में 29, टुडियागंज में 11, सिल्वर जुबली में 16, इन्दिरानगर में 17, आलमबाग में 31 व गोसाईगंज में 5 और बाकी अन्य क्षेत्रों में मरीज मिले। राहत की बात यह है कि संक्रमण जितनी तेजी से फैल रहा है, उतनी जल्दी मरीज स्वस्थ भी हो रहा है। बुधवार को 105 लोग वायरस से मुक्त हुए। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस का यह वैरिएंट संक्रामक तो अधिक है लेकिन जानलेवा नहीं है। इससे उन्हीं लोगों को खतरा अधिक है जो पहले से किसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित हैं। बहरहाल स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में तैयारी पुख्ता की हैं। कोविड अस्पतालों के अलावा नॉन कोविड अस्पतालों में भी बेड आरक्षित रखने का कहा गया है। बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. जीपी गुप्ता कहना है कि उनके यहां कोविड मरीजों के इलाज के पर्याप्त इंतजाम हैं। दूसरी लहर में इस अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया था, इस कारण यहां हर स्थिति से निपटने की तैयारियां पहले से हैं। उन्होंने बताया कि अभी यहां अन्य मरीजों का भी इलाज चल रहा है इसलिए कोविड मरीजों की भर्ती नहीं की जा रही है। यदि कोई गम्भीर मरीज आता है तो उसे केजीएमयू, लोकबंधु या पीजीआई भेज दिया जाता है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा मनोज अग्रवाल का कहना है कि किसी को कोरोना सम्बन्धी कोई दिक्कत हो तो सीएमओ कन्ट्रोल रूम में फोन करें। यह चौबीस घंटे क्रियाशील है। उन्होंने बताया कि जांच का दायरा बढ़ाने के साथ सर्विलांस टीमें बढ़ा दी गयी है।

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