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RLB : पिता की असमय मौत, आर्थिक संकट के बाद भी आर्यांश, सृष्टि को मिली कामयाबी

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा)। पिता का असमय निधन हो गया, मानसिक तनाव के चलते पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था, आर्थिक बाधाएं आई, लेकिन परिजनों व टीचर्स ने हौसला बढ़ाया और सफलता ने कदम चूमे। कुछ ऐसी ही कहानी है रानी लक्ष्मी बाई स्कूल के मेधावियों की। शुक्रवार को घोषित हुए CBSE की 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणामों में RLB के मेधावियों ने साबित कर दिया कि सफलता की राह में आर्थिक तंगी और गरीबी कभी आड़े नहीं आती, लेकिन इसके लिए लगन और कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है। मेहनत और लगन से हम सफलता की बुलंदियों को छू सकते हैं। RLB के संस्थापक जयपाल सिंह व डायरेक्टर निर्मल टंडन ने कहाकि खुद को कभी भी कमजोर न समझें, नकारात्मक सोच से बचें और सकारात्मक सोंच के साथ आगे बढ़े, सफलता अवश्य मिलेगी।

अपनी मां व फूफा के साथ आर्यांश
ताकि लोगों को मिल सके बेहतर इलाज....

10वीं की परीक्षा में 97.2 प्रतिशत अंकों के साथ कॉलेज में चौथा स्थान हासिल करने वाले RLB चिनहट शाखा के छात्र ARYANSH MISHRA के पिता दुर्गेश नारायण मिश्रा का बीमारी के चलते बीते 21/10/2022 को निधन हो गया। जिसके चलते परिवार पर आर्थिक संकट आ गया। पिता के निधन से आहत ARYANSH का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था। लेकिन परिजनों व टीचर्स ने उसका हौसला बढ़ाया। ARYANSH के मुताबिक पिता डेंगू की चपेट में आ गए थे, इस दौरान गिरने से उनका ब्रेन हेमरेज हो गया और उनके सिर से पिता का साया उठ गया। पिता के निधन के बाद बाबा रामकुमार मिश्रा व फूफा अनुराग प्रताप मिश्रा ने ARYANSH की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी। जिसमें विद्यालय प्रशासन ने भी पूरा सहयोग किया। पिता की बीमारी का नजदीक से सामना कर चुके ARYANSH चिकित्सक बनकर सभी को बेहतर चिकित्सा मुहैया कराना चाहते है। ARYANSH कहते है कि "मेरे साथ जो हुआ वो दूसरों के साथ न हो" इसलिये वो चिकित्सक बनना चाहते है।
सृष्टि यादव
सेना में ऑफिसर बनकर पूरा करना है पिता का सपना

वहीं 12वीं की परीक्षा में 92.2 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली RLB "सी" ब्लॉक इंदिरानगर शाखा की छात्रा सृष्टि यादव की भी कुछ ऐसी ही कहानी है। सृष्टि के पिता राकेश यादव का भी हार्ट अटैक से बीते 10/07/2022 को निधन हो गया। वह सूर्या इंस्टीट्यूट में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। पिता की अचानक मौत से सृष्टि इस कदर आहत हुई कि उसका पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा था। लेकिन बाबा ओमप्रकाश, मां बिंदू यादव सहित रिश्तेदारों व पिता के मित्रों ने सृष्टि का हौसला बढ़ाया। इस वर्ष सृष्टि ने NDA की परीक्षा भी पास की। सृष्टि कहती है कि सेना में ऑफिसर बनकर वह अपने पिता के साथ ही अपने सपने को पूरा करने के साथ ही देश की रक्षा में योगदान देना चाहती है। सृष्टि की माँ बिंदू यादव सूर्या इंस्टीट्यूट में एकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है।

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