अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थल भी होंगे योगमय
गोरखधाम मंदिर, त्रिवेणी संगम, नैमिषारण्य चक्रतीर्थ और काशी विश्वनाथ धाम सहित ऐतिहासिक स्थलों पर होगा सामूहिक योगाभ्यास
लखनऊ के राजभवन और मथुरा के प्रेम मंदिर समेत जिले-जिले में चलेगा योग सप्ताह, 15 जून से शुरू हुआ आयोजन
स्कूली बच्चों से लेकर दिव्यांग, कैदियों और महिलाओं तक हर वर्ग से जुड़ेगा 'योग से सहयोग'
21 जून को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मिलेगा राज्य स्तर पर 21 हजार तक का पुरस्कार
लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारियां पूरे जोश के साथ आगे बढ़ रही हैं। हर बार की तरह इस बार भी योग दिवस को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना से जोड़ते हुए ऐतिहासिक स्थलों पर विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। गोरखपुर के गोरखधाम मंदिर, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम, सीतापुर के नैमिषारण्य चक्र तीर्थ और वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थलों पर भी सामूहिक योगाभ्यास का आयोजन किया जाएगा। यही नहीं,लखनऊ के राजभवन और मथुरा के प्रेम मंदिर में भी योग से जुड़ी गतिविधियों का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील और जिले के ऐतिहासिक स्थलों पर भी योग सत्र आयोजित होंगे। 15 जून से योग सप्ताह की शुरुआत के साथ पूरे प्रदेश में जनपद एवं राज्य स्तर पर अनेक कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। इस दौरान प्रतिभागियों को योग प्रतिज्ञा भी दिलाई गई।
स्कूल-कॉलेज से लेकर जेल और झुग्गियों तक पहुंचेगा योग
16 जून को स्कूलों और महाविद्यालयों में योगासन के साथ-साथ पोस्टर, भाषण, निबंध, प्रश्नोत्तरी और रंगोली प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।
17 जून को ‘आयुष ग्राम योग दिवस’ के तहत ग्राम पंचायतों में योग सत्र और स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित होंगे।
18 जून को विशेष वर्ग—जैसे दिव्यांग, कैदी, अनाथालयों और झुग्गीवासियों के लिए भी योग कार्यक्रम तय हैं।
19 जून को सरकारी और कॉर्पोरेट दफ्तरों में सामूहिक योगाभ्यास होगा।
20 जून को महिला स्वास्थ्य को केंद्र में रखते हुए छात्राओं, गर्भवती, प्रौढ़ और कामकाजी महिलाओं के लिए योग सत्र होंगे।
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन लॉन, रेजीडेंसी और सभी जिला मुख्यालयों पर सामूहिक योगाभ्यास आयोजित होगा। इसी दिन जनपद और राज्य स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा।
प्रतियोगिताएं और पुरस्कार
राज्य व जनपद स्तर पर निबंध, स्लोगन, चित्रकला और योगासन प्रतियोगिताएं कराई जा रही हैं। 16 जून को शाम 5 बजे तक http://iyd2025.com पोर्टल पर प्रविष्टियां ली जाएंगी। 21 जून को मुख्य आयोजन के बाद इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार 21,000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 11,000 रुपए, तृतीय पुरस्कार 5,100 रुपए, चतुर्थ पुरस्कार 2,100 रुपए और पंचम पुरस्कार पुरस्कार 1,100 रुपए का होगा। जनपद स्तर पर पुरस्कार वितरण हेतु सभी 75 जिलों को 2.63 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि आवंटित कर दी गई है।
रामकृष्ण मठ निराला नगर के मंदिर के प्रांगण में चल रहा योग शिविर
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रामकृष्ण मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने लखनऊ के नागरिकों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि, “ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के कारण ही संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। योग की इस वैश्विक मान्यता भारत की समृद्धि सांस्कृतिक विरासत का सुबूत है और यह राष्ट्रीय गौरव का विषय है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वैश्विक एकता, स्वास्थ्य और सद्भाव का प्रतीक है, जिसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हर साल सामूहिक योग प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं। इसी भावना और उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की तैयारियां जोरों पर जारी है।“
रामकृष्ण मठ निराला नगर लखनऊ के मंदिर की पूर्व प्रांगण में विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग द्वारा प्रतिदिन प्रातः 5ः45 से 6ः45 तक 21 जून तक लगातार योग शिविर का संचालन चलता रहेगा।
आयुष मंत्रालय देश के हर नागरिक को इस बदलावकारी उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है। 21 जून 2025 की उल्टी गिनती के साथ ही यह संदेश साफ हैः योग महज एक अभ्यास नहीं है - यह संपूर्ण राष्ट्र के लिए स्वास्थ्य ,आंतरिक शांति और वैश्विक कल्याण के लिए एक आंदोलन है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के 11वें संस्करण के महत्व और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पिछले 10 संस्करणों की समृद्धि विरासत को दर्शाने के लिए आयुष मंत्रालय ने दस विशेष कार्यक्रम तैयार किए हैं,जिनमें से प्रत्येक को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने और योग को जीवन शैली के रूप में बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है।
1. योग संगम - एक लाख स्थानों पर योग शिविरो का संगम ।
2. योग बंधन - भारत और अन्य देशों के बीच आदान-प्रदान और कार्यक्रमों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देना ।
3. योग पार्क - लंबे समय से चल रहे पार्कों का विकास करना ।
4. योग समावेश - दिव्यांगजन वरिष्ठ नागरिक, बच्चों और विशेष जरूरत वाले समूह के लिए विशिष्ट योग कार्यक्रम ।
5. योग प्रभाव - सार्वजनिक स्वास्थ्य में योग की भूमिका का एक दशकीय प्रभाव अध्ययन।
6. योग कनेक्ट - विशेषज्ञ और स्वास्थ्य सहायको की देखरेख में योग शिविर को बढ़ावा देना।
7. हरित योग - औषधीय पौधों का रोपण और पर्यावरण शुद्धता की गतिविधियां करना।
8. योग अनप्लग्ड - युवाओं और युवतियों को आकर्षित करने के लिए ऑनलाइन व डिजिटल प्लेटफॉर्म पर योग विधियां ।
9. योग महाकुंभ - 1 जून से 21 जून तक होने वाले आयोजन में विभिन्न जन समुदाय के लोगों को जोड़ना ।
10. समयोग - आधुनिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए समग्र योग द्वारा एकीकृत करना एवं योग अभियान चलाना।
आइए हम 21 जून 2025 को योग की परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मनाने और एक स्वस्थ्य, सुगम सामंजस्य पूर्ण जीवन शैली को अपनाने के लिए एक साथ आए।
अपने इलाके में योग संगम कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कृपया आधिकारिक बेबसाइट https://yoga.ayush.gov.in/yoga-sangam पर पंजीकरण करें।
*(स्वामी मुक्तिनाथानन्द)*
सचिव
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