मोबाइल पोर्टेबिलिटी करने के बजाए बदल दी कंपनी
पुराने नंबर अचानक बंद होने से जनता परेशान
लखनऊ। नगर निगम के सभी अफसरों के फोन नंबर बदल दिए गए हैं। पहले अफसरों के पास वोडाफोन का नंबर था, अब इसे बंद कर दिया गया है। इसके स्थान पर अफसरों को एक निजी कंपनी के नए नंबर दिए गए हैं। गुरुवार से नए नंबर काम करना शुरू कर देंगे। नगर आयुक्त से लेकर महापौर तक के नंबर बदल गए हैं। इससे पहले नगर निगम ने सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के नंबर को बदलकर वोडाफोन का पोस्ड पेड प्लान लिया था। तीन साल बाद फिर कंपनी बदल दी गई। सीयूजी नंबरों की नई सीरीज 8810 से शुरू हो रही है।
यह हैं कुछ जिम्मेदार अधिकारियों के नए नंबरमहापौर संयुक्ता भाटिया- 8810721500नगर आयुक्त - 8189077822अपर नगर आयुक्त प्रथम- 8810721502अपर नगर आयुक्त द्वितीय -8810721503अपर नगर आयुक्त तृतीय -8810721504
अब जियो नेटवर्क की सुविधा ली गई है। इससे सभी अफसरों के मोबाइल नंबर नए हो गये हैं जबकि मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा है। इससे बिना नंबर बदले ही कंपनी बदलने का नियम है। मगर नगर निगम के सीयूजी नंबरों के बदलने के पीछे कुछ और ही वजह बतायी जा रही है। नगर निगम के करीब 300 अफसरों को सीयूजी नंबर दिए गए हैं। इन सभी को नंबर दिए जा रहे हैं। गुरुवार से यह नए नंबर काम करना शुरू कर देंगे। नगर निगम प्रशासन ने लगभग तीन साल पहले बीएसएनएल का सीयूजी प्लान महंगा होने की बात कहकर निजी कम्पनी का सीयूजी नंबर लिया था।
नंबर बदलने से परेशान हुई जनता
नंबर बदलने की प्रक्रिया कई दिनों से चल रही थी, लेकिन नए नंबर एक्टिवेट होने से पहले ही वोडाफोन ने सर्विस बंद कर दी। इससे बुधवार को जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग अधिकारियों व नगर निगम के कंट्रोल रूम पर फोन करते रहे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बड़ी लापरवाही यह भी रही कि यह नंबर तब बदले गए जब शहर में न्यू अर्बन इंडिया कान्क्लेव चल रहा है। इसकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम को ही दी गई है। बुधवार को पुराने सीयूजी काम न करने पर लोगों को परेशानी हुई।
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