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यूपी महोत्सव : लोकगीत संग कुछ इस अंदाज में किया नववर्ष का स्वागत

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में सेक्टर-"ओ" अलीगंज में स्थित पोस्टल ग्राउण्ड में चल रहे 14वें यूपी महोत्सव की नवीं सांस्कृतिक सन्ध्या में लोकगीत संग शिव विवाह नृत्य नाटिका से माहौल भक्तिमय हो गया। शनिवार को नवीं सांस्कृतिक सन्ध्या का उद्रघाटन प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष एनबी सिंह, प्रिया पाल और पवन पाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। विनोद सिंह ने महोत्सव मे आए दर्शको को नववर्ष की शुभकामनाएं देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कोविड प्रोटोकाल के तहत आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में आयोजित यूपी महोत्सव की नवीं सांस्कृतिक सन्ध्या का शुभारम्भ गुनगुन ने सरस्वती वंदना हे हंस वाहिनी पर नृत्य से कर विधा की देवी मां सरस्वती के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित की।

नए साल की खुशियों के रंग में रंगी अगली प्रस्तुति थी भजन और लोकगीतों की, इस पेशकश मे जान्हवी पांडेय ने अपने साथी कलाकारों सौरभ शुक्ला (ढोलक), सचिन गिरि (हारमोनियम), मुकेश मधुर (बांसुरी) की सार्थक संगति में "चरणों में बैठे हनुमान..." भजन को सुनाकर जहां श्रोताओं को भक्ति के सागर में डुबोया वहीं लोकगीत सबरी की टूटी मड़ाईया, अरे रामा रिमझिम बरसे पनिया, खेतवा मे बहे बजन्ती बयरिया को सुनाकर श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध किया।

रुद्राक्ष सोनकर के नृत्य निर्देशन में नन्दिनी, ज्योती, दिव्या, रिन्की, शिवा, दीपक, रुद्र, युवराज, शुभम और नितिन ने अरवल विश्व में गौरी पर शिव विवाह नृत्य नाटिका को प्रस्तुत कर दर्शको को भावविभोर कर दिया। इसी क्रम में नन्दिनी, ज्योती, दिव्या, रिन्की, शिवा, दीपक, रुद्र, युवराज, शुभम और नितिन ने अघोड़ी नृत्य के जरिए उज्जैन की शिव भस्म आरती की सुखद प्रस्तुति दी, जो दर्शकों के लिए हृदयग्राही बनी। इसके अलावा महक और पलक ने स्वागत नृत्य एवं आशीष शर्मा और साथियों ने योगा के जरिए लोगों को स्वस्थ रहने के उपाय बताए। डी डांस एकेडमी के कलाकारों विकास शर्मा, हिमांशु, एंजेल, किन्जल, रश्मि, दिव्यांश, मेधावी ने बॉलीवुड गीतों पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया।

वहीं दिन में अविरल सेवा संस्थान द्वारा डॉ. शोभा दीक्षित की अध्यक्षता एवं कुवर कुसुमेश के संचालन में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें विपुल कुमार मिश्रा, लोकेश त्रिपाठी, मनीष गुप्ता, सुधान्शु बाजपेयी, प्रतिभा गुप्ता, तनुजा श्रीवास्तव, डॉ. ऋचा आर्या, सीमा गुप्ता, पूर्णिमा श्रीवास्तव, चांदनी बाला, स्मिता सिंह सहित अन्य कवियों ने अपनी अपनी कविताओं से काव्य प्रेमी श्रोताओं को रससिंचित किया।

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