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एसवीसी बैंक के पुनर्वित्त सुविधा का विस्तार करेगा सिडबी

एजेंसी। एसवीसी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (एसवीसी बैंक) और भारत में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए देश की शीर्ष वित्तीय संस्था भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने आज करार-ज्ञापन का निष्पादन कर भागीदारी की घोषणा की। आशीष सिंघल (एमडी, एसवीसी बैंक) और संजीव गुप्ता (महाप्रबंधक, सिडबी) ने करार ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। करार के अनुसार, सिडबी एसवीसी बैंक के पुनर्वित्त सुविधा का विस्तार करेगा ताकि एमएसएमई को ऋण के बेहतर प्रवाह की सुविधा मिल सके।  

इस अवसर पर एसवीसी बैंक के प्रबंध निदेशक आशीष सिंघल ने कहा, “एमएसएमई क्षेत्र निर्यात, रोजगार सृजन और राजकोष को राजस्व के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। एसवीसी बैंक 115 से अधिक वर्षों से एमएसएमई क्षेत्र को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में समर्थन कर रहा है। हमारा मानना है कि किफायती पूंजी तक पहुंच इस क्षेत्र के लिए बड़ी राहत साबित होगी। भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, सिडबी एमएसएमई से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए प्रेरक शक्ति साबित हुआ है। हमें एमएसएमई इकाइयों को सशक्त बनाने के उनके दृष्टिकोण में भाग लेने वाले पहले शहरी सहकारी बैंक के रूप में सिडबी के साथ भागीदारी करने पर गर्व है।”
संजीव गुप्ता (महाप्रबंधक, सिडबी) ने कहा, “हम भारतीय एमएसएमई को एक सशक्त पारितंत्र प्रदान करने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। इस दिशा में, हमने अब विभिन्न अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, एसएफबी और एनबीएफसी के साथ अपनी भागीदारी को शहरी सहकारी बैंक तक बढ़ा दिया है। हमारी ध्यान सभी क्षेत्रों में अग्रणी संस्थाओं के साथ इसे संरेखित करने पर है, जो आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा दे और भारत के सबसे होनहार आकांक्षात्मक पावर हाउस क्षेत्र जिन्हें एमएसएमई कहा जाता है, को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकें। हम एसवीसी बैंक के साथ भागीदारी करने को लेकर उत्साहित हैं। एक सदी से अधिक का अनुभव रखने वाले बैंक होने के नाते, एसवीसी ने समुदायों को सशक्त बनाने में सफलता का प्रदर्शन किया है। हम समय के साथ अन्य बैंकों को भी अपनी पुनर्वित्त सेवाओं का विस्तार करेंगे।"

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