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अधिकारियों की भ्रष्ट नीतियों के कारण एचएसवीपी को लगा 5000 करोड़ से अधिक का चूना : रितेश पांडे

  • आईएएस अजीत बालाजी जोशी, सतीश कुमार सिंगला, संजीव कुमार सिंगला व  प्रोजेक्ट मैनेजर अनिरुद्ध गुप्ता पर लगाए गंभीर आरोप
  • 2021 से ई-नीलामी में एचएसवीपी को 5000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान

हरियाणा के शहरी विकास प्राधिकरण के प्रमुख अधिकारी, 2003 बैच के आईएएस अफसर, अजीत बालाजी जोशी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले लम्बे समय से मीडिया के लिए चर्चा का विषय बने हुए अजीत बालाजी जोशी, इस बार आंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडे के निशाने पर हैं, जिन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की स्थिति पर गहरी पीड़ा और चिंता व्यक्त करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है। दरअसल, एचएसवीपी ने कोविड की जटिलताओं के तुरंत बाद, 2021 से अपने भूमि बैंक की मेगा नीलामी शुरू की थी, हालाँकि सूत्रों के मुताबिक, कई हजार करोड़ की जमीन, नीलामी से पहले ही बिक चुकी है। यहां तक कि इन नीलामियों में हरियाणा के सभी शहरी क्षेत्रों, विशेष रूप से, गुरुग्राम के शहरी क्षेत्र में बड़ी संख्या में हेर-फेर देखने को मिला है। 

सांसद रितेश पांडे ने एचएसवीपी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर, आईएएस अफसर अजीत बालाजी जोशी और एचएसवीपी पर तैनात, दोनों सिंगला भाइयों, सतीश कुमार सिंगला, एचसीएस, सचिव, एचएसवीपी और संजीव कुमार सिंगला, एचसीएस, संपदा अधिकारी, पर इल्जाम लगाते हुए कहा है कि, ये सभी अधिकारी गुरुग्राम II, में एचएसवीपी जमीनों को औने-पौने दाम में बेचने के लिए, ई-नीलामी प्रक्रिया चला रहे हैं। वहीं एचएसवीपी के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिरुद्ध गुप्ता, (एक थर्ड पार्टी एजेंसी के माध्यम से एचएसवीपी द्वारा नियुक्त) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के साथ उनकी मदद कर रहे हैं। सांसद ने आरोप लगाया कि, अनिरुद्ध गुप्ता एचएसवीपी का आईटी विभाग अकेले ही चला रहे हैं। जबकि एचएसवीपी से पहले अनिरुद्ध, अजीत जोशी के साथ उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत थे।


सांसद रितेश पांडे ने सीएम खट्टर को लिखे खत में कुछ उदाहरणों का जिक्र करते हुए लिखा कि अमूल्य और कीमती जमीन को औने-पौने दामों पर बेचने का ऐसा ही एक उदाहरण गुरुग्राम के सेक्टर 56 में 5 एकड़ से अधिक के एचएसवीपी हॉस्पिटल साइट की ई-नीलामी भी है। यह साईट, 2021 में एम/एस मैक्स हॉस्पिटल्स को केवल 80 करोड़ रु. में बेची गई थी। हालांकि, 2014 में, उसी प्लॉट को सबसे ज्यादा 462 करोड़ रुपये की बोली मिली थी और एम/एस मैक्स हॉस्पिटल, 284 करोड़ रुपये की बोली के साथ दूसरा सबसे बड़ा बोलीदाता था। सांसद ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि एम/एस मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट लिमिटेड के प्रमोटर, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अभय सोई, आम आदमी पार्टी के कोर सदस्य रहे हैं। उन्होंने सीधा इल्जाम लगाते हुए कहा कि अजीत बालाजी जोशी की अभय सोई के साथ मिलीभगत के कारण, सरकारी खजाने पर कम से कम 400 करोड़ रुपये का चूना लगा है। 


रितेश पांडे ने पत्र के माध्यम से ऐसे मामलों की सूची भी शेयर की है, जहां एचएसवीपी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर, अजीत बालाजी जोशी द्वारा प्रमुख जमीनों को औने-पौने दामों पर बेचा गया है। यह अनुमान लगाया गया है कि अजीत जोशी की भ्रष्ट नीतियों के कारण एचएसवीपी को कम से कम 5,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। 


इस आधार पर बहुजन समाज पार्टी के सांसद रितेश पांडे ने 2021 तक की ई-नीलामी का परफॉरमेंस ऑडिट, कैग द्वारा किये जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने सीएम खट्टर को निवेदन करते हुए कहा कि कैग को परफॉरमेंस ऑडिट का कार्य तत्काल सौंपा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि, ऑडिट को एचएसवीपी द्वारा उपयोग किए जाने वाले सॉफ़्टवेयर को भी देखना चाहिए। इसके अतिरिक्त, लेखापरीक्षा को उचित और पारदर्शी प्रक्रिया के पहलू सहित, अस्वीकार या स्वीकार की गई प्रत्येक ई-नीलामी के कारणों का पता लगाना चाहिए। इसके अतिरिक्त केंद्रीय जांच ब्यूरो को सेक्टर 56 में एम/एस मैक्स अस्पताल को 5 एकड़ भूखंड की नीलामी के मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच सौंपी जाए, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 400 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। 


बता दें कि पिछले दिनों परफॉर्मेंस अवॉर्ड न मिलने और अन्य मांगे मनवाने के लिए शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के कर्मियों ने कार्यालय में मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी के खिलाफ नारेबाजी की थी। कर्मियों ने ऐलान किया कि 9 नवंबर तक कर्मचारी इसी तरह कार्यालय सेक्टर-18 में लंच टाइम के दौरान इसी तरह प्रदर्शन करेंगे। तब भी बात नहीं बनी तो 10 को पंचकूला मुख्यालय में जाकर प्रदर्शन करेंगे।

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