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लखनऊ मेट्रो : गोस्मार्ट कार्ड के जरिये कॉन्टैक्टलेस ट्रैवल को किया सुनिश्चित

लखनऊ। कोरोना कर्फ्यू से राहत मिलने के बाद पुनः पटरी पर दौड़ी लख़नऊ मेट्रो के दूसरे दिन गुरुवार को भी यात्रियों ने सफर करके अपना भरोसा जताया। सार्वजनिक यात्रा के सबसे सुरक्षित माध्यम के रूप में लखनऊवासी मेट्रो पर सबसे अधिक भरोसा करते हैं। 39 दिन कोरोना कर्फ्यू के बाद लखनऊ मेट्रो ने सभी यात्रियों का स्वागत कोरोना से निपटने के व्यवस्थित इंतज़ामों के साथ किया है। सुरक्षित यात्रा के भरोसे और उत्साह को कायम रखने के लिए, यूपीएमआरसी ने कॉन्टैक्टलेस ट्रैवल और फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ यात्रा के तमाम प्रबंध किए हैं। 

सार्वजनिक यात्रा के दूसरे साधनों के मुकाबले मेट्रो स्टेशनों एवं ट्रेनों में यात्रियों के लिए एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था है। साथ ही यहां उचित शारीरिक दूरी का पालन करने हेतु जगह-जगह मार्किंग भी की गई है। मेट्रो ट्रेन के अंदर बैठने के लिए वैकल्पिक सीटों की व्यवस्था की गई है जिससे यात्री एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर बैठ सकें। सभी मेट्रो स्टेशनों के टिकट काउंटर, टिकट वेंडिंग मशीन, सुरक्षा चेक प्वाइंट एवं एएफसी के प्रवेश-निकास द्वारों पर शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए विशेष मार्किंग तथा निर्देशिकाओं का प्रयोग किया गया है।

कॉन्टैक्टलेस ट्रैवल के लिए व्यवस्थाएं

● लखनऊ मेट्रो का गो स्मार्ट कार्ड कॉन्टैक्टलेस ट्रैवल के लिए ख़ास फ़ीचर्स से लैस है।

●गो स्मार्ट कार्ड को मशीन के पास ले जाने भर से ही कार्ड सेन्स हो जाता है और यात्री एएफ़सी गेट से प्रवेश कर सकते हैं। 

● ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट पर प्रवेश के दौरान गो-स्मार्ट कार्ड को मशीन पर टैप करने की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि मशीन के ऊपर बने वाई-फाई के चिह्न के पास ले जाने भर से ही यात्री की जानकारी सत्यापित हो जाती है और वह प्रवेश कर सकता है।

● कार्ड के इस्तेमाल से होगी समय और पैसे दोनों की बचत. गोण्स्मार्ट कार्ड के साथ यात्रा करने पर यात्रियों को हर यात्रा पर 10 प्रतिशत की छूट मिलती है। 

● लखनऊ मेट्रो के गो-स्मार्ट कार्ड के साथ कैशलेस तरीके से एक साथ कई टोकन्स खरीदने की सुविधा भी मिलती है। 

● इस तरह गो-स्मार्ट कार्ड के साथ यात्रा करने वाले यात्री मेट्रो से यात्रा के दौरान सिर्फ सैनिटाइज्ड मेट्रो सीट के साथ संपर्क में आते हैं।

मेट्रो ट्रेन की सीट पर यात्रियों के बीच उचित दूरी बनाए रखने के लिए विशेष मार्किंग की गई है ताकि सावधानीपूर्वक यात्री आपस में दूरी बनाकर बैठ सकें। मेट्रो स्टेशन की सभी लिफ्टों की फर्श पर एक समय पर सिर्फ 2 यात्रियों के प्रवेश हेतु निशान बनाए गए हैं। हैण्ड हेल्ड मेटल डिटेक्टर की लंबाई बढ़ा कर छः फीट कर दी गई है ताकि यात्रियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच कॉन्टैक्टलेस तलाशी के दौरान पर्याप्त दूरी बनी रहे। स्टेशन पर मौजूद सभी कर्मचारियों को कॉन्टैक्टलेस तलाशी के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है।

यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए प्रतिबद्ध लखनऊ मेट्रो ने शारीरिक दूरी, स्वच्छता,  सैनिटाइजेशन और पूरी तरह से कॉन्टैक्टलेस यात्रा पर जोर देते हुए यात्रियों की सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए हैं। लखनऊ मेट्रो के गोस्मार्ट कार्ड के जरिये पूर्णतयः कॉन्टैक्टलेस यात्रा संभव है। गो-स्मार्ट कार्ड धारकों को मेट्रो स्टेशन में प्रवेश से लेकर, ट्रेन से यात्रा करने और मेट्रो परिसर से बाहर निकलने तक पूर्णतयः कॉन्टैक्ट-लेस यात्रा की सहूलियत मिलती है। लखनऊ मेट्रो की सेवाएं सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक उपलब्ध हैं। आखिरी ट्रेन दोनों टर्मिनल स्टेशनों पर सीसीएस एयरपोर्ट और मुंशीपुलिया से शाम सात बजे रवाना होगी।

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