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बिजली इंजीनियरों ने स्थगित किया आंदोलन, लेकिन

लम्बित समस्याओं का निराकरण न होने पर 20 अक्टूबर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार शुरू होगा आन्दोलन

लखनऊ। वर्तमान में महत्वपूर्ण दुर्गापूर्जा, विजयदशमी, वाल्मीकि जयन्ती, शरद पूर्णिमा जैसे आगामी पर्वों में प्रदेश के उपभोक्ताओं को बिजली सम्बन्धी कोई कठिनाई न हो, इसके दृष्टिगत बिजली अभियंताओं ने विगत 09 दिनों से चल रहा अपना आन्दोलन 19 अक्टूबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया। उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां निरस्त न होने और लम्बित समस्याओं के निराकरण न होने पर 20 अक्टूबर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आन्दोलन यथावत रहेगा।

विद्युत अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह एवं महासचिव प्रभात सिंह ने कहाकि अभियंताओं की न्यायसंगत समस्याओं के समाधान के प्रति इस प्रबन्धन के उपेक्षापूर्ण एवं हठवादी रवैये के चलते ऊर्जा निगमों में टकराव का वातावरण बना हुआ है। किन्तु आज अभियन्ता संघ की केन्द्रीय कार्यकारिणी की आपात बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दुर्गापूर्जा, विजयदशमी, वाल्मीकी जयन्ती, शरदपूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण पर्वों को देखते हुए आमजन को विद्युत सम्बन्धी कोई तकलीफ न हो। विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की दृष्टि से एवं एक जिम्मेदार संगठन होने के नाते विद्युत अभियन्ता संघ ने पर्वों के दौरान 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक आन्दोलन को स्थगित रखने का निर्णय लिया।

पदाधिकारियों ने कहा कि बिजली अभियन्ताओं एवं अभियन्ता संघ का यह प्रयास हमेशा रहा है कि आमजन को बिजली से सम्बन्धित कोई परेशानी न हो। इसी के तहत वर्तमान में रोशनी के पर्वों पर बिजली संकट में सभी अभियन्ता आन्दोलन के दौरान भी निर्बाध बिजली आपूर्ति एवं ताप विद्युत गृहों से निर्बाध विद्युत उत्पादन सुनिश्चित करने हेतु अथक प्रयास कर रहे हैं, ब्रेकडाउन आदि शीघ्रातिशीघ्र अटेण्ड किये जा रहे हैं।

उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रबन्धन द्वारा अभियन्ताओं के प्रति की जा रही समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां निरस्त की जायेगी। बिजली अभियन्ताओं की समस्त समस्याओं का सार्थक निराकरण किया जायेगा एवं बिजली अभियन्ताओं को आन्दोलन हेतु विवश नहीं होना पड़ेगा। यदि उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां निरस्त न हुई एवं समस्याओं का सार्थक निराकरण न हुआ तो 20 अक्टूबर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आन्दोलन कार्यक्रम जारी रहेगा।

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