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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया : इस तिमाही तीन गुना बढ़ा मुनाफा

लखनऊ। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मण्डल ने 30 सितंबर, 2021 की समाप्त छमाही के लिए बैंक के लेखों का मंगलवार को अनुमोदन किया है।

वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही की मुख्य बिन्दुएं

सशक्त वित्तीय कार्यनिष्पादन: 

वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान बैंक के परिचालन लाभ एवं शुद्ध लाभ में वर्ष दर वर्ष आधार पर क्रमशः 25.66% एवं 195.42% का सुधार हुआ है. वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध ब्याज आय में वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.52% की वृद्धि हुई है.

बैंक ने सशक्त देयता अंश दर्शाना जारी रखा है: 

कासा जमाराशि में वर्ष दर वर्ष 10.77% की बढ़ोतरी हुई है. वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के अंत तक अब हमारे पास कुल जमाराशि आधार ` 9,14,022 करोड़ है. कासा अनुपात में वर्ष दर वर्ष आधार पर 34.61% से 37.16% का सुधार हुआ है.   

 

रिटेल, कृषि एवं एमएसएमई (रैम) क्षेत्र के ऋण में वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.48% की वृद्धि:  

बैंक ने वर्ष दर वर्ष आधार पर रिटेल में 9.35%, कृषि में 13.06%, एमएसएमई अग्रिमों में 2.76% की वृद्धि दर्ज की है. घरेलू अग्रिमों के प्रतिशत के रूप में रैम अग्रिमों में वर्ष दर वर्ष आधार पर 58.51% में 574 बीपीएस का सुधार हुआ है.  

एनपीए में कमी:

दिनांक 30.09.2021 तक सकल एनपीए (%) में वर्ष दर वर्ष आधार पर 12.64% पर 207 बीपीएस की कमी दर्ज की गई है.   

बैंक के लागत से आय अनुपात में वर्ष दर वर्ष आधार पर 115 बीपीएस की कमी: 

वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बैंक के लागत से आय अनुपात में वर्ष दर वर्ष आधार पर 44.95% पर 115 बीपीएस में कमी के साथ वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान 43.80% रहा.

पूंजी अनुपात सुधार:  

सीआरएआर 30.09.2020 को 12.38% में सुधार के साथ 30.09.2021 को 13.64% रहा. सीईटी 1 अनुपात 30.09.2020 को 8.91% में सुधार के साथ 30.09.2021 को 10.16% रहा. वित्तीय समावेशन योजनाएं: 

सरकार समर्थित योजनाएं जैसे पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई, पीएमजेडीवाई और एपीवाई के माध्यम से वित्तीय समावेशन का उद्देश्य बाधाओं को खत्म करना और समाज के कम पहुँच वाले वर्गों को आर्थिक मूल्य वाली वित्तीय सेवाओं को प्रदान करना है.

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई): 

पीएमजेजेबीवाई एक सरकार समर्थित बीमा योजना है जिसमें 30 सितंबर, 2021 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 3.47 लाख नए नामांकन किए गए हैं. 

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई): 

पीएमएसबीवाई एक सरकार समर्थित दुर्घटना बीमा योजना है जिसमें 30 सितंबर, 2021 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 11.56 लाख नए नामांकन किए गए हैं. 

प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई): 

इस योजना के तहत, 30 सितंबर, 2020 को `5,764 करोड़ की राशि के 2.00 करोड़ खातों के सापेक्ष 30 सितंबर, 2021 तक ` 6,680 करोड़ राशि के कुल 2.30 करोड़ खाते खोले गए हैं. 

अटल पेंशन योजना (एपीवाई): 

एपीवाई एक पेंशन योजना है, जो मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र पर लक्षित है, 30 सितंबर, 2021 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 2.00 लाख नए नामांकन किए गए हैं.

कोविड-19 से निपटने के लिए शुरू की गई नई योजनाएं:  

कोविड-19 की महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने के लिए, बैंक ने दबाव/तनाव को कम करने या उपभोगताओं की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु कारोबारी संस्थाओं, रिटेल ग्राहकों के लिए अनेक मुख्य योजनाओं की शुरुआत की है.

30 सितंबर, 2021 तक पीएम स्वनिधि:  

यह एक सूक्ष्म ऋण सुविधा है जो स्ट्रीट वेंडरों को एक वर्ष की अवधि के लिए कम ब्याज दरों पर `10,000 का संपार्श्विक मुक्त ऋण प्रदान करता है.

मंजूर किए गए ऋणों की संख्या – 3,03,845

मंजूर की गई कुल राशि - ` 300.44 करोड़

30 सितंबर, 2021 तक यूनियन गारंटीकृत इमरजेंसी क्रेडिट लाइन (यूजीईसीएल):  

भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप पात्र व्यावसायिक उद्यम/एमएसएमई उधारकर्ता/व्यक्तिगत, जिसमें इच्छुक पीएमएमवाई उधारकर्ता शामिल हैं, के लिए एक विशेष योजना जो कि 29 फरवरी, 2020 को बकाया ऋण राशि की 20/40 प्रतिशत तक अतिरिक्त कार्यशील पूंजी मीयादी ऋण सुविधा के रूप में पूर्व-अनुमोदित मंजूरी सीमा होगी.

मंजूर किए गए ऋणों की संख्या (यूजीईसीएल 1, 2 एवं 3) – 3,73,254

मंजूर की गई कुल राशि (यूजीईसीएल 1 2 एवं 3) –  `10,383 करोड़

वहन योग्य हाउसिंग योजना: 

प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई): 

इस योजना के तहत, बैंक ने 30 सितंबर, 2021 तक 11,426 महिला लाभार्थियों सहित 26,198 लाभार्थियों को 6,766 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है.

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