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संध्या श्रीवास्तव व 70 वर्षीय सुमन सहित उत्कृष्ट कार्य करने वाली मातृ शक्तियां हुई सम्मानित

लखनऊ। अपराजिता जज्बा जीत का एवं अडॉप्ट सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सम्मान पखवारा समापन समारोह ऐशबाग रामलीला मैदान तुलसी भवन में धूमधाम से मनाया गया। इसमें विभिन्न कार्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। जिसमें मुख्य रुप से पत्रकारिता के क्षेत्र से अरशाना आनंद, शिक्षा में डॉ. अंशु केडिया, भाषा विकास और लोक भाषाओं में डॉ. अपूर्व अवस्थी, कला के क्षेत्र से मनीषा कुमारी, प्रशासन के क्षेत्र से अंकिता शुक्ला, खेल के क्षेत्र से इच्छा पटेल एवं डॉ. क्षेत्र शुक्ला समाज कार्य के क्षेत्र से डॉ. सुधा बाजपेई, उद्योग क्षेत्र से अनिला अग्रवाल, परामर्श और समाज कार्य के क्षेत्र से डॉक्टर इंदू सिंह, सोशल मीडिया सनसनी में आदित्य श्रीवास्तव को पुरस्कृत किया गया। 

महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यशालाओ में प्रशिक्षण उपरांत मंत्र प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। यह प्रस्तुतियां महिलाओं ने लगभग 25 से 30 वर्ष बाद मंच पर दी। इनमें से कई प्रथम बार मंच पर आई। इन लोगों में हुनर था जज्बा था अपराजिता समूह ने उस जज्बे और हुनर को मंच पर साकार किया। लोगों ने इस जज्बे की बहुत वाहवाही की। विभिन्न प्रतियोगिताओं में 7 वर्षीय सानवी श्रीवास्तव को विशेष कैटेगरी में सम्मानित किया गया। तो वहीं दूसरी ओर 70 वर्षीय सुमन श्रीवास्तव को सबसे बुजुर्ग महिला प्रतियोगी के रूप में सम्मानित किया गया। 



विभिन्न प्रतियोगिताओं का पिछले पखवाड़े आयोजन किया गया था। जिसमें विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार सम्मान दिए गए। लोकनृत्य, लोकगीत, लेखन "किस रूडी वादी सोच से महिलाओं को बचाना चाहते हैं" विषय पर और महिला विषय पर कविताएं रंगोली पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। सभी प्रतियोगिताओं में लगभग 200 एंट्री आई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पदमश्री विद्या बिंदु एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मधुरिमा लाल ने सभी का उत्साहवर्धन किया।




कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम की संचालक शशि सिंह एवं उपसंचालक पार्वती थी। कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रीति सिंह, लालिमा सक्सेना, निधि सक्सेना, गीता सेना अनुष्का एवं नूपुर ने किया। विशेष सहयोग में प्रतिभागी अर्चना, आरती, प्रीति, विनीता, पूनम शैली, स्वाति, शिखा, प्रीति, संगीता, संध्या, स्वाति, कुसुम पाठक, कविता चंचल सहित अनेक अपराजिता महिलाएं रहीं। जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।

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